The best Side of Chirag Yojana 2025
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किङ्ग्स कलेजमा सामाजिक नवप्रवर्तन फेलोसीप
विश्वविद्यालयमा पदाधिकारी नियुक्ति गर्दा विषयविज्ञताले भन्दा नातावाद र कृपावादले प्राथमिकता पाउने गरेको छ । यो अवस्था हेर्दा, विश्वविद्यालयहरू पार्टीका कार्यकर्ता व्यवस्थापन गर्ने स्थानमा रूपान्तरण भएबाट शैक्षिक गुणस्तर खस्किएको आकलन गर्न सकिन्छ ।
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जींद में नीम के पेड़ से निकल रहा 'दूध', चमत्कार समझ इसे पीने पहुंच रहे लोग; स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप
यूपी में मार्च से मई तक पड़ेगी भीषण गर्मी
भारतीय राज्यों तथा केन्द्र-शासित प्रदेशों में पदस्थ मुख्यमंत्रियों की सूची
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हरियाणा चिराग योजना या यूं कहें कि हरियाणा अनुदान योजना को लागू करने के पीछे सरकार का उद्देश्य गरीब व निम्न मिडिल क्लास लोगों के बच्चों को शिक्षा प्रदान करना है। प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने की इच्छा सभी की होती है लेकिन आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण विद्यार्थी चाह कर भी प्राइवेट स्कूल में नहीं पढ़ पाते हैं। इसीलिए इस चीज को ध्यान में रखते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री ने इस योजना को निकाला है जिसके तहत वह गरीब विद्यार्थियों को जो पढ़ाई करने में इच्छुक हैं उन्हें प्राइवेट स्कूलों में दाखिला दिलवाएंगे।
In addition there are significant figures of speakers of Urdu and Punjabi, the latter of which was recognised as the next Formal language of Haryana for government and administrative needs in 2010.[36][four] Once the condition's development, Telugu was made the state's "next language" – to become taught in colleges – nevertheless it wasn't the "second official language" for official interaction.
उम्मीदवार के पास कम आय प्रमाण पत्र होना चाहिए
निजी स्कूलों से अधिक सीटें आरक्षित करवाना
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दूसरे परियोजनाओं में विकिमीडिया कॉमन्स
त्रिभुवन विश्वविद्यालयलाई समस्यारहित बनाउँदा देश सप्रिन्छ, सुशासन र समृद्धिको नयाँ युग सुरु हुन्छ
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